A REVIEW OF SHIV CHAISA

A Review Of Shiv chaisa

A Review Of Shiv chaisa

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धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥

The mother chook Maina needs his passion, His still left aspect adorns an enchanting form. He holds a trident in his hand, a image of energy, Often destroying the enemies.

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया

जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥

शिव चालीसा का पाठ पूर्ण भक्ति भाव से करें।

अर्थ: हे शिव शंकर आप तो संकटों का नाश करने वाले हो, भक्तों का कल्याण व बाधाओं को दूर करने वाले हो योगी यति ऋषि मुनि सभी आपका ध्यान लगाते हैं। शारद नारद सभी आपको शीश नवाते हैं।

कार्तिक श्याम और more info गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥

करत कृपा सब के घटवासी ॥ दुष्ट सकल नित मोहि सतावै ।

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श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।

एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥

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